Uttarakhand : उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने खटीमा में मीडिया से बातचीत करते हुए राज्य में औद्योगीकरण को बढ़ावा देने और निवेशकों के लिए अनुकूल वातावरण बनाने के अपनी सरकार के दृढ़ संकल्प को दोहराया।
उन्होंने रुद्रपुर के मनोज सरकार स्टेडियम में उत्तराखंड निवेश उत्सव की तैयारियों का जायजा भी लिया, जो शनिवार को प्रस्तावित है और जिसमें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह उद्योगपतियों से रूबरू होंगे। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर राज्य के विकास, वित्तीय प्रबंधन और सुशासन के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला।
Uttarakhand : औद्योगिक विकास और निवेश पर जोर
मुख्यमंत्री धामी ने इस बात पर जोर दिया कि उनकी सरकार का प्राथमिक उद्देश्य राज्य में निवेशकों के लिए अनुकूल वातावरण तैयार करना और औद्योगीकरण को बढ़ाना है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में 2023 में आयोजित इन्वेस्टर ग्लोबल समिट इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम था। इस समिट से पहले, राज्य सरकार ने 25 से अधिक नई नीतियां बनाईं और देश के प्रमुख शहरों में व्यापक रोड शो और रैलियां आयोजित कीं।
मुख्यमंत्री ने संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि इन्वेस्टर ग्लोबल समिट में उम्मीद से अधिक 3 लाख 54 करोड़ रुपये के निवेश का करार हुआ। उनका मानना है कि इससे राज्य में न केवल निवेशकों के लिए अच्छा माहौल बना है और उद्योगों का विस्तार हुआ है, बल्कि युवाओं के लिए रोजगार के अवसर भी पैदा हो रहे हैं। इसके अतिरिक्त, इस निवेश से राज्य के राजस्व में भी वृद्धि होने की उम्मीद है, जिससे समग्र आर्थिक विकास को गति मिलेगी।
मुख्यमंत्री ने शनिवार को होने वाले उत्तराखंड निवेश उत्सव पर भी बात की, जहां 1 लाख करोड़ से अधिक की ग्राउंडिंग होने वाली है। उन्होंने कहा कि यह एक उत्सव का विषय है और इससे राज्य का विकास तेज गति से होगा। यह कार्यक्रम केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की उपस्थिति में उद्योगपतियों के साथ संवाद का एक महत्वपूर्ण मंच प्रदान करेगा।
Uttarakhand : बुनियादी ढांचा और धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा
मुख्यमंत्री धामी ने राज्य में चल रही विभिन्न परियोजनाओं पर भी प्रकाश डाला, जो बुनियादी ढांचे और धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा दे रही हैं। उन्होंने बताया कि चारधाम सड़क का विकास कार्य तेजी से चल रहा है, जिससे चारधाम यात्रा और सुगम हो जाएगी।
इसके अलावा, कैलाश मानसरोवर और आदि कैलाश यात्रा के साथ-साथ वर्तमान में चल रही कांवड़ यात्रा भी राज्य की धार्मिक पर्यटन क्षमता को दर्शाती है। उन्होंने आने वाले दिनों में कुंभ मेले के प्रस्तावित होने की भी जानकारी दी।
हाल ही में संपन्न हुए मां पूर्णागिरि के धाम में मेले की सफलता का जिक्र करते हुए, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु उमड़े थे, मुख्यमंत्री ने शारदा कॉरिडोर जैसी महत्वाकांक्षी परियोजनाओं पर काम चलने की बात कही। इन परियोजनाओं का उद्देश्य न केवल कनेक्टिविटी में सुधार करना है, बल्कि धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देकर स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी मजबूत करना है।
Uttarakhand : सुशासन और भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन
मुख्यमंत्री धामी ने अपनी सरकार की विकास प्रक्रिया को सही दिशा में बताया। उन्होंने दावा किया कि राज्य में बेरोजगारी दरों में कमी आई है और उत्तराखंड वित्तीय प्रबंधन और वित्तीय अनुशासन में देश के छोटे राज्यों में दूसरे नंबर पर है। ये आंकड़े उनकी सरकार की आर्थिक नीतियों और प्रशासनिक दक्षता को दर्शाते हैं।
सुशासन के मोर्चे पर, मुख्यमंत्री ने कई महत्वपूर्ण पहलों का उल्लेख किया। उन्होंने गर्व से कहा कि उत्तराखंड ने समान नागरिक संहिता (यूसीसी) सबसे पहले लागू की। इसके अतिरिक्त, राज्य सरकार ने नकल के खिलाफ एक सख्त कानून बनाया, जिसके परिणामस्वरूप बिना नकल और भ्रष्टाचार के 24 हजार नियुक्तियां हुईं। यह युवाओं के लिए एक निष्पक्ष और पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया सुनिश्चित करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए, मुख्यमंत्री ने कहा कि “अब कोई भी भ्रष्टाचार करेगा, चाहे वो किसी भी रैंक का अधिकारी हो, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।” उन्होंने बताया कि अब तक 200 से अधिक ऐसी कार्रवाई की गई हैं, जो उनकी सरकार की भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति को दर्शाती हैं।
Uttarakhand : देवभूमि की पहचान और सामाजिक सद्भाव
मुख्यमंत्री धामी ने देवभूमि उत्तराखंड के मूल स्वरूप को बनाए रखने के महत्व पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि इसके लिए आइडेंटिफिकेशन ड्राइव चलाई गई है। इसके अलावा, राज्य सरकार ने लैंड जिहाद, लव जिहाद और धर्मांतरण के विरुद्ध सख्त कानून बनाए हैं।
इन कानूनों का उद्देश्य राज्य की सांस्कृतिक और सामाजिक विशिष्टता को बनाए रखना और किसी भी प्रकार के अनैतिक या जबरन परिवर्तन को रोकना है। ये कदम राज्य में सामाजिक सद्भाव और सुरक्षा सुनिश्चित करने की सरकार के प्रयासों का हिस्सा हैं।
कुल मिलाकर, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का बयान उत्तराखंड को एक औद्योगिक रूप से विकसित, सुशासित और सामाजिक रूप से स्थिर राज्य बनाने की उनकी सरकार की व्यापक रणनीति को दर्शाता है। शनिवार को होने वाला निवेश उत्सव इस दिशा में एक और महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा।