UP : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में गोरखपुर में नवनिर्मित कल्याण मंडपमों का लोकार्पण किया और इस अवसर पर बोलते हुए उन्होंने इस पहल को एक बड़ी उपलब्धि बताया। उन्होंने कहा कि गोरखपुर द्वारा शुरू किया गया यह अभिनव मॉडल अब उत्तर प्रदेश के अन्य बड़े शहरों जैसे प्रयागराज, वाराणसी, मेरठ और बरेली में भी अपनाया जा रहा है।
यह मॉडल न केवल आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोगों को किफायती दरों पर सामाजिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए स्थान प्रदान करता है, बल्कि यह विभिन्न नगर निगमों के बीच बेहतर और गुणवत्तापूर्ण निर्माण कार्यों को लेकर एक स्वस्थ प्रतिस्पर्धा को भी जन्म दे रहा है।
मुख्यमंत्री ने इस पहल के लिए गोरखपुर विकास प्राधिकरण (GDA) की सराहना की और पिछले आठ वर्षों में शहर में हुए अभूतपूर्व विकास कार्यों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि गोरखपुर ने विकास के एक नए अध्याय की शुरुआत की है, जो अब पूरे प्रदेश के लिए एक प्रेरणा बन रहा है।
UP : बदलते गोरखपुर की नई पहचान
सीएम योगी ने गोरखपुर के कायाकल्प का जिक्र करते हुए कहा कि एक समय था जब रामगढ़ताल एक उपेक्षित और प्रदूषित क्षेत्र था। आज, वही रामगढ़ताल एक जीवंत पर्यटन केंद्र के रूप में चमक रहा है, जो न केवल स्थानीय लोगों बल्कि बाहर से आने वाले पर्यटकों को भी आकर्षित कर रहा है। इसी तरह, चिलुआताल का भी उत्तर में एक नए पर्यटन स्थल के रूप में विकास किया जा रहा है, जिससे क्षेत्र में पर्यटन और रोजगार के नए अवसर पैदा हो रहे हैं।
स्वास्थ्य के क्षेत्र में, उन्होंने आयुष्मान भारत योजना के तहत 5 लाख रुपये तक के मुफ्त इलाज और मुख्यमंत्री राहत कोष से गंभीर बीमारियों के लिए 1100 करोड़ रुपये की सहायता प्रदान करने की बात कही, जो लोगों के स्वास्थ्य सुरक्षा को सुनिश्चित कर रहा है। इसके अलावा, दशकों से बंद पड़े खाद कारखाना और पिपराइच चीनी मिल को फिर से शुरू करना सरकार की सकारात्मक सोच और दृढ़ संकल्प का परिणाम है, जिससे हजारों लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिला है।
UP : औद्योगिक विकास और रोजगार सृजन पर जोर
मुख्यमंत्री ने गोरखपुर को एक औद्योगिक केंद्र के रूप में विकसित करने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया। उन्होंने कहा कि गीडा (GIDA) में दर्जनों बड़ी फैक्ट्रियां स्थापित हो रही हैं, जिससे स्थानीय युवाओं को अपनी ही धरती पर रोजगार के अवसर मिल रहे हैं। उन्होंने बताया कि सरकार युवाओं को कौशल विकास प्रशिक्षण भी प्रदान कर रही है ताकि वे इन उद्योगों में काम करने के लिए तैयार हो सकें।
इस अवसर पर, मुख्यमंत्री ने राप्तीनगर विस्तार आवासीय टाउनशिप और स्पोर्ट्स सिटी योजना के तहत LIG (निम्न आय वर्ग) और EWS (आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग) के लाभार्थियों को उनके आवासों के आवंटन पत्र भी सौंपे।
उन्होंने बताया कि पिछले आठ वर्षों में, उत्तर प्रदेश में 57 लाख से अधिक जरूरतमंद लोगों को आवास उपलब्ध कराए गए हैं, जो केंद्र और राज्य सरकार के संयुक्त प्रयासों और शासन-प्रशासन के सहयोग से संभव हुआ है। यह एक ऐतिहासिक उपलब्धि है जो सरकार की ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास’ की भावना को दर्शाती है।
UP : कल्याण मंडपम: गरीबों के लिए वरदान
इस कार्यक्रम में, सांसद रविकिशन शुक्ल ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक निस्वार्थ संत के रूप में वर्णित किया और कल्याण मंडपम को गरीबों के लिए एक सच्चा वरदान बताया। उन्होंने कहा कि ये मंडपम ऐसे परिवारों के लिए एक बड़ी राहत हैं जो महंगी शादियों या अन्य सामाजिक समारोहों का खर्च वहन नहीं कर सकते।
महापौर डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव और भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. धर्मेंद्र सिंह ने भी मुख्यमंत्री की दूरदर्शी सोच और गोरखपुर के विकास के प्रति उनके समर्पण की सराहना की। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने गोरखपुर को न केवल एक स्वच्छ और सुंदर शहर बनाया है, बल्कि इसे विकास की दौड़ में सबसे आगे ला खड़ा किया है।
मुख्यमंत्री ने मानबेला कल्याण मंडपम का फीता काटकर औपचारिक उद्घाटन किया और परिसर में उपलब्ध सुविधाओं का निरीक्षण किया। उन्होंने इस दौरान परिसर में पौधारोपण भी किया और पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में स्थानीय लोग और गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे, जिन्होंने मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया।
कल्याण मंडपम का यह मॉडल न केवल गोरखपुर के सामाजिक ताने-बाने को मजबूत कर रहा है, बल्कि यह दिखा रहा है कि कैसे सरकार की दूरदर्शिता और जन-केंद्रित नीतियों से आम लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाया जा सकता है। यह मॉडल अब पूरे उत्तर प्रदेश के लिए एक मानक बन गया है।
