UP : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में प्रदेश में लगातार बढ़ रहे सड़क हादसों पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए इसे कोरोना महामारी से भी ज़्यादा खतरनाक बताया है।
उन्होंने अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा है कि इस तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और तुरंत सख्त कदम उठाए जाएं। मुख्यमंत्री ने मेरठ, नोएडा, गाजियाबाद सहित पूरे मंडल में यातायात व्यवस्था को मजबूत करने और सड़क सुरक्षा सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
UP : सड़क हादसों पर कड़ी नाराजगी
मुख्यमंत्री ने एक उच्च-स्तरीय बैठक में कहा, “सड़क हादसों में हो रही मौतें अस्वीकार्य हैं। इन आंकड़ों को देखकर लगता है कि ये कोरोना से भी ज़्यादा भयावह हैं।” उन्होंने पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों को फटकार लगाते हुए यातायात नियमों का सख्ती से पालन करवाने, अवैध वाहनों पर लगाम लगाने और ओवर-स्पीडिंग को रोकने के लिए विशेष अभियान चलाने का निर्देश दिया।
बैठक के दौरान, मुख्यमंत्री ने खास तौर पर ई-रिक्शा चालकों के लिए ट्रेनिंग प्रोग्राम शुरू करने और उनके लिए सड़कों पर अलग लेन बनाने की बात कही, ताकि वे सुरक्षित रूप से चल सकें और यातायात बाधित न हो।
उन्होंने सड़कों के निर्माण की गुणवत्ता पर भी जोर दिया और कहा कि सड़कें मजबूत और टिकाऊ होनी चाहिए। किसी भी तरह की लापरवाही या घटिया सामग्री का इस्तेमाल करने वाले ठेकेदारों और अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
UP : विकास कार्यों और कानून-व्यवस्था की समीक्षा
मुख्यमंत्री ने ऊर्जा भवन सभागार में जनप्रतिनिधियों से मुलाकात करने के बाद विकास कार्यों और कानून-व्यवस्था की समीक्षा की। उन्होंने सभी अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया कि विकास कार्यों में किसी भी तरह की ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
उन्होंने कहा कि सरकार योजनाओं के लिए भरपूर पैसा दे रही है, इसलिए काम में कोई कमी नहीं होनी चाहिए। कमिश्नर और डीएम को यह सुनिश्चित करने का आदेश दिया गया है कि निर्माण कार्यों की गुणवत्ता की नियमित जांच हो।
उन्होंने कहा कि सड़कों के निर्माण से पहले स्थानीय जनप्रतिनिधियों से राय ली जाए, ताकि उनकी जरूरतों और सुझावों को शामिल किया जा सके। इसके अलावा, उन्होंने जनप्रतिनिधियों से जुड़े गांवों की कनेक्टिविटी सुधारने पर भी विशेष ध्यान देने को कहा।
UP : चिकित्सा व्यवस्था में सुधार के निर्देश
मुख्यमंत्री ने मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों की व्यवस्था में सुधार करने पर भी जोर दिया। उन्होंने हाल ही में सामने आई कुछ घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि लापरवाही के लिए जिम्मेदारी तय की जाएगी। उन्होंने साफ कहा कि सभी अस्पतालों में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध हों और मरीजों को किसी भी तरह की परेशानी न हो।
UP : गरीबों के लिए वेंडिंग जोन की व्यवस्था
मुख्यमंत्री ने गरीबों के रोजगार को ध्यान में रखते हुए वेंडिंग जोन की व्यवस्था करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि अक्सर गरीब लोग मजबूरी में सड़क किनारे अपना छोटा-मोटा रोजगार करते हैं, जिससे यातायात बाधित होता है और उनकी सुरक्षा को भी खतरा होता है। ऐसे में, अधिकारियों को प्राथमिकता के आधार पर वेंडिंग जोन बनाकर उन्हें उचित जगह मुहैया कराने के लिए कहा गया है।
UP : बैठक में मौजूद रहे प्रमुख लोग
इस महत्वपूर्ण बैठक में ऊर्जा राज्यमंत्री डॉ. सोमेंद्र तोमर, वन एवं पर्यावरण राज्यमंत्री केपी मलिक, कैबिनेट मंत्री सुनील शर्मा, सांसद अरुण गोविल, सांसद बागपत राजकुमार सांगवान, राज्यसभा सांसद डॉ. लक्ष्मीकांत वाजपेयी, विधायक अमित अग्रवाल, विधायक सिवालखास गुलाम मोहम्मद, विधायक सरधना अतुल प्रधान, जिला पंचायत अध्यक्ष गौरव चौधरी, मेयर हरिकांत अहलूवालिया, एमएलसी धर्मेंद्र भारद्वाज, एमएलसी अश्वनी त्यागी, एडीजी भानु भास्कर, कमिश्नर डॉ. हृषिकेश भास्कर यशोद, डीआईजी कलानिधि नैथानी, डीएम डॉ. वीके सिंह, उपाध्यक्ष एमडीए संजय कुमार मीणा, एमडी पीवीवीएनएल ईशा दुहन, सीडीओ मेरठ नूपुर गोयल सहित कई अन्य अधिकारी और जनप्रतिनिधि मौजूद थे।
मुख्यमंत्री के इस सख्त रुख से यह साफ हो गया है कि प्रदेश सरकार सड़क सुरक्षा और विकास कार्यों को लेकर कितनी गंभीर है। अब देखना यह है कि उनके निर्देशों का पालन कितनी तेजी और सख्ती से होता है।
