उत्तरकाशी: भारत-चीन सीमा से लगे गंगोत्री नेशनल पार्क के नंदनवन व कालिंदीखाल क्षेत्र में इनर लाइन के निकट सेटेलाइट फोन का प्रयोग किए जाने से पूरे इलाके में हड़कंप मचा हुआ है। इस सेटेलाइट फोन से अपने देश में फोन करने की सूचना मिलने से खुफिया विभाग ने कान खड़े कर दिए है। हालांकि, अभी यह साफ नहीं हो पाया है कि कौन यहां सेटेलाइट फोन का प्रयोग कर रहा है।
शुक्रवार को गंगोत्री नेशनल पार्क के कनखू बैरियर पर सुरक्षा एजेंसियों ने गोमुख क्षेत्र से लौट रहे देशी-विदेशी पर्यटकों से पूछताछ की, लेकिन किसी के पास सेटेलाइट फोन नहीं मिला। उत्तरकाशी के एसपी ददन पाल ने बताया कि खुफिया विभाग से सेटेलाइट फोन पर विदेशों में बात किए जाने की जानकारी मिली है। लिहाजा उन्होंने पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि गोमुख ट्रैक पर जाने वाले पर्वतारोही व ट्रैकरों पर कड़ी निगरानी रखें। साथ ही नंदनवन क्षेत्र में सेटेलाइट का प्रयोग करने वाले को तलाशकर उसके खिलाफ कार्रवाई करें।
सामरिक दृष्टि से संवेदनशील उत्तरकाशी जिले में सेना व सुरक्षा एजेंसियों के अलावा किसी भी देशी-विदेशी नागरिक का सेटेलाइट फोन प्रयोग में लाना प्रतिबंधित है। कोई अन्य व्यक्ति यहां सेटेलाइट का प्रयोग करता है तो उसकी लोकेशन सेना मुख्यालय में निकल आती है।
सूत्रों के अनुसार कुछ दिन पूर्व नंदनवन व कालिंदीखाल क्षेत्र में सेटेलाइट फोन से बातचीत करने की जानकारी मिलने के बाद सुरक्षा एजेंसियां सक्रिय हो गई हैं। सेना व आइबी के साथ स्थानीय सुरक्षा एजेंसियों ने इस मामले में पड़ताल शुरू कर दी है। पर्वतारोहण व ट्रैकिंग के लिए गए दलों का रिकॉर्ड खंगाला जा रहा है। ताकि सेटेलाइट से बात करने वालों की पहचान हो सके।
विदित हो कि उत्तरकाशी जिले में विदेशी नागरिक योग-ध्यान के साथ ही पर्वतारोहण व ट्रैकिंग करने के लिए काफी संख्या में आते हैं। वर्ष 2011 में उत्तरकाशी में एक विदेशी नागरिक से प्रतिबंधित सेटेलाइट फोन मिला था। उस पर जुर्माना भी लगाया गया था।