Monsoon : मानसून का बेसब्री से इंतजार कर रहे लोगों के लिए एक अच्छी खबर है। मानसून ने फाइनल केरल में दस्तक दे दी है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि दक्षिण पश्चिम मॉनसून ने 1 जून की सामान्य तारीख के एक सप्ताह बाद गुरुवार को केरल में एंट्री कर ली है।
यह दक्षिण अरब सागर के शेष हिस्सों और मध्य अरब सागर के कुछ हिस्सों, पूरे लक्षद्वीप क्षेत्र, केरल के अधिकांश हिस्सों, दक्षिण तमिलनाडु के अधिकांश हिस्सों, कोमोरिन क्षेत्र के शेष हिस्सों, मन्नार की खाड़ी में आगे बढ़ गया है। केरल में पिछले 24 घंटों के दौरान झमाझम बारिश हुई है।
आईएमडी ने दो दिन पहले एक बयान में भविष्यवाणी की थी कि मौसम संबंधी स्थितियां अगले 48 घंटों के दौरान केरल में मानसून की शुरुआत के लिए अनुकूल हो रही हैं। मानसून अगले 48 घंटों में तमिलनाडु, कर्नाटक और पूर्वोत्तर के कुछ हिस्सों में आगे बढ़ेगा।
Monsoon : उत्तर भारत में मानसून में हो सकती देरी
अरब सागर में उठे चक्रवात के कारण केरल से मानसून की प्रगति धीमी होने की संभावना है। उत्तर भारत की ओर मानसून के आगमन में देरी हो सकती है। मानसून को यूपी व उत्तराखंड पहुंचने में तीन सप्ताह से अधिक का समय लगेगा। जुलाई के शुरू में मानसून के उत्तराखंड में पहुंचने की उम्मीद है।
मानसून आमतौर पर 25 जून के आसपास उत्तराखंड पहुंचता है। बतादें कि इसके पहले आईएमडी ने मई में 4 जून को मानसून के आगमन की भविष्यवाणी की थी। अमूमन दक्षिण पश्चिम मानसून आम तौर पर 1 जून को केरल में लगभग सात दिनों के आसपास आता है।
मानसून फसलों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। खासकर बारिश पर निर्भर खरीफ फसलों के लिए। भारत में ग्रीष्म, खरीफ और रबी तीन फसली मौसम होते हैं।
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