Uttarkashi Cloudburst : उत्तराखंड के उत्तरकाशी में भारी बारिश और भूस्खलन के कारण हुई त्रासदी के बाद राहत एवं बचाव अभियान में तेजी आ गई है। राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खुद स्थिति का जायजा लेने के लिए उत्तरकाशी पहुंच गए हैं, जहां वे अगले दो दिनों तक रहकर रेस्क्यू ऑपरेशन की निगरानी करेंगे। इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी मुख्यमंत्री से फोन पर बात कर राहत कार्यों की विस्तृत जानकारी ली है।
Uttarkashi Cloudburst : पीएम मोदी ने ली राहत-बचाव की जानकारी
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट के माध्यम से बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुबह फोन पर उनसे उत्तरकाशी के धराली में चल रहे राहत एवं बचाव कार्यों की जानकारी ली। धामी ने प्रधानमंत्री को रात भर चले बचाव अभियान, लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने और घटनास्थल पर उपलब्ध आवश्यक सेवाओं और संसाधनों के बारे में विस्तार से अवगत कराया। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री का उनकी हरसंभव सहायता के आश्वासन के लिए आभार भी व्यक्त किया।
धामी ने अपनी पोस्ट में लिखा, “माननीय प्रधानमंत्री जी द्वारा हर संभव सहायता प्रदान किए जाने हेतु सहृदय आभार! रेस्क्यू ऑपरेशन में लगी टीम से लगातार संपर्क में हूं। घटनास्थल के निरीक्षण हेतु स्वयं भी धराली के लिए निकल रहा हूं।” मुख्यमंत्री के इस कदम से यह स्पष्ट है कि राज्य सरकार इस आपदा को लेकर बेहद गंभीर है और प्रभावितों को जल्द से जल्द राहत पहुंचाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।
Uttarkashi Cloudburst : रेस्क्यू ऑपरेशन में लगी पूरी ताकत
उत्तरकाशी के धराली में बारिश थमने के बाद अब रेस्क्यू ऑपरेशन को और तेज कर दिया गया है। विभिन्न एजेंसियों के जवान मलबे में दबे लोगों को खोजने के लिए आधुनिक उपकरणों और तकनीकों का सहारा ले रहे हैं। बताया जा रहा है कि सेंसर्स की मदद से मलबे में दबे लोगों का पता लगाने की कोशिश की जा रही है।
इस बचाव कार्य में भारतीय सेना, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF), राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF), भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) और स्थानीय पुलिस के जवान एक साथ मिलकर काम कर रहे हैं। ये सभी टीमें समन्वय के साथ काम कर रही हैं ताकि एक भी व्यक्ति को बचाया जा सके। घटनास्थल पर मेडिकल टीमें भी पूरी तरह से तैनात हैं। यदि किसी को मलबे से सुरक्षित निकाला जाता है, तो उसे तत्काल प्राथमिक उपचार और अस्पताल पहुंचाने की व्यवस्था की गई है।
Uttarkashi Cloudburst : प्रशासन ने जारी किए हेल्पलाइन नंबर
इस दुखद घटना में अब तक 4 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि लगभग 50 लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है। पीड़ितों और उनके परिवारों को सहायता प्रदान करने के लिए, उत्तराखंड सरकार ने जिला और राज्य स्तर पर हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं। इन नंबरों पर संपर्क कर पीड़ित परिवार अपने लापता परिजनों के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
जिला स्तर के हेल्पलाइन नंबर हैं: 01374-222722, 7310913129, 7500737269।
राज्य स्तर के हेल्पलाइन नंबर हैं: 0135-2710334, 2710335, 8218867005, 9058441404।
इन नंबरों पर लगातार फोन आ रहे हैं और प्रशासन लोगों की मदद करने की पूरी कोशिश कर रहा है।
Uttarkashi Cloudburst : आपदा प्रबंधन की चुनौती
उत्तरकाशी में हुई यह त्रासदी उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में आपदा प्रबंधन की चुनौतियों को एक बार फिर उजागर करती है। भूस्खलन और बाढ़ जैसी घटनाएं इस क्षेत्र में आम हैं, लेकिन इस बार का भूस्खलन और इसका पैमाना काफी बड़ा है। सरकार के लिए सबसे बड़ी चुनौती न केवल बचाव कार्य को अंजाम देना है, बल्कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाना भी है।
मुख्यमंत्री के दो दिनों तक घटनास्थल पर रुकने का फैसला यह दर्शाता है कि सरकार इस मुद्दे को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है। उनका मकसद केवल रेस्क्यू ऑपरेशन को देखना नहीं है, बल्कि प्रभावित परिवारों से मिलकर उन्हें ढांढस बंधाना और राहत कार्यों को गति देना भी है।
समग्र रूप से, उत्तरकाशी की यह घटना एक बड़ी मानवीय त्रासदी है, लेकिन सरकार और बचाव एजेंसियों के त्वरित और समन्वित प्रयासों से उम्मीद की एक किरण दिखाई दे रही है कि मलबे में दबे लोगों को जल्द से जल्द सुरक्षित निकाला जा सकेगा। पूरा देश इस मुश्किल घड़ी में उत्तराखंड के साथ खड़ा है।
