Uttarakhand : पर्यटन को बढ़ावा देने पर सीएम धामी का जोर, होमस्टे प्रक्रिया होगी आसान!

Uttarakhand : उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को पर्यटन विभाग के अधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक की। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य राज्य में पर्यटन को नई गति देना और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाना था।

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि होमस्टे योजना की आवेदन प्रक्रिया को और अधिक सरल, पारदर्शी तथा ग्रामीण-अनुकूल बनाया जाए। उनका मानना है कि इससे अधिक ग्रामीण आसानी से इस योजना का लाभ उठा पाएंगे और पर्यटन क्षेत्र में उनकी सीधी भागीदारी सुनिश्चित होगी।

Uttarakhand : सरकारी आवासों का जीर्णोद्धार और सुविधाएं

सीएम धामी ने राज्य के सभी सरकारी गेस्ट हाउसों को बेहतर बनाने और उनमें सभी आवश्यक सुविधाएं सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया। अक्सर यह देखा गया है कि सरकारी गेस्ट हाउसों में सुविधाओं की कमी पर्यटकों के लिए असुविधा का कारण बनती है।

मुख्यमंत्री का यह कदम इन गेस्ट हाउसों को पर्यटकों के लिए अधिक आकर्षक और आरामदायक बनाने की दिशा में एक अहम पहल है। अच्छी तरह से सुसज्जित गेस्ट हाउस न केवल पर्यटकों को बेहतर अनुभव देंगे, बल्कि राज्य के पर्यटन बुनियादी ढांचे को भी मजबूत करेंगे।

Uttarakhand : योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन और प्रचार

बैठक के दौरान, मुख्यमंत्री धामी ने ट्रैकिंग ट्रैक्शन योजना और उत्तराखंड पर्यटन उद्यमी प्रोत्साहन योजना के व्यापक प्रचार और प्रभावी कार्यान्वयन पर विशेष ध्यान देने पर जोर दिया। ये योजनाएं राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने और स्थानीय उद्यमियों को समर्थन देने के लिए महत्वपूर्ण हैं।

हालांकि, जागरूकता की कमी अक्सर इन योजनाओं के पूर्ण लाभ को रोक देती है। मुख्यमंत्री ने पर्यटन क्षेत्र में हुए समझौता ज्ञापनों (MOU) के धरातलीय क्रियान्वयन पर विशेष ध्यान देने की भी बात कही, ताकि ये समझौते केवल कागजों तक सीमित न रहें बल्कि वास्तविक परियोजनाओं में बदल सकें। इससे निवेश आकर्षित होगा और पर्यटन से जुड़ी परियोजनाओं को गति मिलेगी।

Uttarakhand : सीमावर्ती क्षेत्रों में पर्यटन का विस्तार

मुख्यमंत्री ने सीमावर्ती क्षेत्रों में पर्यटन के विकास पर खास जोर दिया। उन्होंने अधिकारियों को वाइब्रेंट विलेज योजना के जमीनी प्रभावों का अध्ययन करने और इसके विस्तार की रणनीति तैयार करने का निर्देश दिया। वाइब्रेंट विलेज योजना का लक्ष्य सीमावर्ती गांवों में बुनियादी ढांचे को मजबूत करना और पर्यटन को बढ़ावा देना है।

इन क्षेत्रों में पर्यटन के विकास से न केवल स्थानीय अर्थव्यवस्था को बल मिलेगा, बल्कि रणनीतिक रूप से भी इनका महत्व बढ़ेगा। मुख्यमंत्री का यह दृष्टिकोण इन दूरदराज और अक्सर उपेक्षित क्षेत्रों को मुख्यधारा के पर्यटन से जोड़ने में सहायक होगा।

Uttarakhand : एडवेंचर टूरिज्म और थीम आधारित पर्यटन गांव

उत्तराखंड की प्राकृतिक सुंदरता और भौगोलिक विविधता को देखते हुए, सीएम धामी ने एडवेंचर टूरिज्म को बढ़ावा देने पर भी जोर दिया। उत्तराखंड, अपनी राजसी हिमालयी चोटियों, नदियों और घने जंगलों के साथ, ट्रेकिंग, राफ्टिंग, पैराग्लाइडिंग और माउंटेन बाइकिंग जैसी साहसिक गतिविधियों के लिए एक आदर्श स्थान है।

इसके अतिरिक्त, उन्होंने अधिकारियों को पंचायत स्तर पर थीम आधारित पर्यटन गांवों की संभावनाओं पर काम करने का भी निर्देश दिया। थीम आधारित पर्यटन गांव किसी विशिष्ट विषय या अवधारणा पर केंद्रित होते हैं, जैसे कि सांस्कृतिक विरासत, ग्रामीण जीवन, योग और ध्यान, या पर्यावरणीय पर्यटन।

इस तरह के गांव पर्यटकों को एक अनूठा और विशेष अनुभव प्रदान करेंगे, साथ ही स्थानीय संस्कृति और परंपराओं को बढ़ावा देने में भी मदद करेंगे। यह पहल ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर भी पैदा करेगी और स्थानीय समुदायों को सशक्त बनाएगी।

उदाहरण के लिए, एक गांव को ‘योग ग्राम’ के रूप में विकसित किया जा सकता है जहां पर्यटक योग और आयुर्वेद का अनुभव कर सकें, या एक ‘हस्तशिल्प ग्राम’ जहां स्थानीय कारीगरों के उत्पादों को बढ़ावा दिया जा सके।

Uttarakhand : उत्तराखंड को एक प्रमुख पर्यटन केंद्र बनाना

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की यह समीक्षा बैठक उत्तराखंड को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक प्रमुख पर्यटन गंतव्य बनाने की सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। होमस्टे योजना को आसान बनाने, सरकारी गेस्ट हाउसों में सुधार लाने, मौजूदा योजनाओं के प्रभावी कार्यान्वयन, सीमावर्ती क्षेत्रों के विकास, और एडवेंचर व थीम आधारित पर्यटन को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित करने से राज्य में पर्यटन को एक नई दिशा मिलेगी।

इन निर्देशों का सही ढंग से पालन होने पर उत्तराखंड में पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी, स्थानीय अर्थव्यवस्था को गति मिलेगी और स्थानीय लोगों के लिए नए रोजगार के अवसर सृजित होंगे। यह बैठक राज्य के पर्यटन क्षेत्र के भविष्य के लिए एक महत्वाकांक्षी खाका प्रस्तुत करती है।

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