News : उत्तराखंड की प्राकृतिक सुंदरता, पहाड़ी संस्कृति और शांत वातावरण देश-विदेश के फिल्म निर्माताओं को हमेशा आकर्षित करता रहा है। अब प्रदेश की योगी धामी सरकार इस सौंदर्य को आर्थिक और सांस्कृतिक विकास के नए अवसर में बदलने के लिए कमर कस चुकी है।
राज्य सरकार ने फिल्मों के निर्माण को प्रोत्साहित करने के लिए आकर्षक सब्सिडी और सुविधाओं का ऐलान किया है, जिससे उत्तराखंड आने वाले वर्षों में एक प्रमुख फिल्म शूटिंग हब के रूप में उभर सकता है।
News : फिल्म नीति बनी राज्य के विकास की नई दिशा
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अगुवाई में राज्य सरकार ने वर्ष 2023 में “उत्तराखंड नई फिल्म नीति” को लागू किया था, जिसे अब और अधिक प्रभावी बनाया जा रहा है। इस नीति का मुख्य उद्देश्य राज्य में फिल्म निर्माण को प्रोत्साहित करना, युवाओं को रोजगार के अवसर देना और पर्यटन को नई उड़ान देना है।
नई नीति के तहत फिल्मों की शूटिंग के लिए आने वाले निर्माताओं को सब्सिडी, टैक्स में छूट और लॉजिस्टिक सहयोग जैसी कई सुविधाएं दी जा रही हैं। यह न केवल फिल्म उद्योग के लिए आकर्षण का केंद्र बन रहा है, बल्कि राज्य के आर्थिक विकास और ब्रांडिंग का भी सशक्त माध्यम बन रहा है।
News : सब्सिडी का लाभ किसे मिलेगा?
उत्तराखंड सरकार ने घोषणा की है कि राज्य में हिंदी, क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय फिल्मों की शूटिंग करने वाले निर्माताओं को 1.5 करोड़ रुपये तक की सब्सिडी दी जाएगी। यदि फिल्म में राज्य के कलाकारों, तकनीशियनों और लोकेशनों का उपयोग किया जाता है, तो यह सब्सिडी और बढ़ सकती है।
इसके साथ ही वेब सीरीज, डॉक्यूमेंट्री और शॉर्ट फिल्मों पर भी विशेष सब्सिडी दी जा रही है, बशर्ते उनका निर्माण उत्तराखंड में किया गया हो। सरकार की यह योजना खासतौर पर युवा और स्वतंत्र फिल्म निर्माताओं के लिए वरदान साबित हो रही है।
News : शूटिंग परमिशन अब आसान
फिल्म निर्माताओं के लिए शूटिंग परमिशन लेना अब और भी सरल हो गया है। सरकार ने “सिंगल विंडो सिस्टम” लागू किया है जिसके जरिए फिल्म यूनिट को सभी आवश्यक अनुमति एक ही प्लेटफॉर्म पर मिल जाती है। इससे नौकरशाही अड़चनों को दूर कर तेजी से काम सुनिश्चित किया गया है।
मुख्यमंत्री धामी का कहना है कि, “उत्तराखंड को हम फिल्म फ्रेंडली राज्य के रूप में स्थापित करना चाहते हैं, ताकि यहां की खूबसूरती दुनिया के कोने-कोने तक पहुंचे और स्थानीय लोगों को भी इससे रोजगार मिले।”
News : युवाओं को मिलेगा रोजगार
फिल्म निर्माण से जुड़े हर क्षेत्र में स्थानीय युवाओं को रोजगार देने पर जोर दिया जा रहा है। चाहे वह कैमरा असिस्टेंट हो, लाइट बॉय, मakeup आर्टिस्ट, प्रोडक्शन मैनेजर या एक्टिंग के क्षेत्र में प्रशिक्षण हो — राज्य सरकार इसके लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू कर रही है।
उत्तराखंड फिल्म विकास परिषद (UFDC) के माध्यम से युवाओं को फिल्म निर्माण से जुड़ी तकनीकी और क्रिएटिव ट्रेनिंग भी दी जा रही है ताकि वे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रोजेक्ट्स में अपनी भूमिका निभा सकें।
News : बॉलीवुड की बढ़ती दिलचस्पी
बीते कुछ वर्षों में उत्तराखंड में कई प्रमुख बॉलीवुड फिल्मों की शूटिंग हुई है। ‘बत्ती गुल मीटर चालू’, ‘केदारनाथ’, ‘सुई धागा’, ‘शेरशाह’ जैसी फिल्मों ने उत्तराखंड की लोकेशनों को बड़े पर्दे पर उतारा और यहां की सुंदरता को दुनियाभर में सराहा गया।
फिल्म निर्माताओं का कहना है कि यहां की प्राकृतिक लोकेशन, शांत वातावरण और स्थानीय प्रशासन का सहयोग शूटिंग के लिए आदर्श माहौल प्रदान करता है।
News : पर्यटन को भी मिलेगा बढ़ावा
फिल्मों के माध्यम से उत्तराखंड की लोकेशनों को वैश्विक स्तर पर पहचान मिलेगी जिससे राज्य में पर्यटन को भी नया आयाम मिलेगा। फिल्म पर्यटन (Film Tourism) को बढ़ावा देने के लिए सरकार विशेष प्रयास कर रही है।
सरकार की योजना है कि फिल्मों में दिखाई गई लोकेशनों को “फिल्म टूरिज्म सर्किट” के रूप में विकसित किया जाए, जहां दर्शक जाकर उन स्थानों को देख सकें। इससे स्थानीय व्यवसाय, होटल उद्योग और हस्तशिल्प बाजार को भी सीधा लाभ मिलेगा।
उत्तराखंड सरकार का यह कदम राज्य को फिल्म इंडस्ट्री के नक्शे पर और भी मजबूती से स्थापित करेगा। सब्सिडी, सरल परमिशन प्रक्रिया, स्थानीय टैलेंट को प्रशिक्षण और रोजगार, तथा पर्यटन को बढ़ावा — ये सभी पहलू राज्य के सर्वांगीण विकास की दिशा में मील का पत्थर साबित हो सकते हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में उत्तराखंड एक ‘फिल्म फ्रेंडली स्टेट’ के रूप में तेजी से उभर रहा है, और आने वाले समय में यह हिमालयी राज्य न केवल तीर्थाटन बल्कि सिने पर्यटन का भी वैश्विक केंद्र बन सकता है।