News : उत्तराखंड के सीमावर्ती जिले चंपावत के टनकपुर क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण सामाजिक आवश्यकता को पूरा करते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुक्तिधाम के निर्माण की स्वीकृति दे दी।
इस फैसले से स्थानीय नागरिकों में भारी उत्साह है। लंबे समय से इस क्षेत्र में एक सुव्यवस्थित मुक्तिधाम की मांग की जा रही थी, जो अब जाकर पूरी होने जा रही है।
News : जनता की वर्षों पुरानी मांग हुई पूरी
टनकपुर में अंतिम संस्कार की समुचित व्यवस्था का अभाव पिछले कई वर्षों से लोगों के लिए चिंता का विषय बना हुआ था। विशेष रूप से बरसात के मौसम में स्थिति और भी दयनीय हो जाती थी, जब अंतिम संस्कार के लिए उपयुक्त स्थल मिलना मुश्किल हो जाता था।
स्थानीय लोगों और जनप्रतिनिधियों ने कई बार इस विषय पर प्रशासन का ध्यान खींचा था, लेकिन अब जाकर मुख्यमंत्री धामी के हस्तक्षेप से इस मांग को औपचारिक मंजूरी मिल गई है।
News : मुख्यमंत्री धामी का लोकसंवेदनशील फैसला
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने टनकपुर के दौरे के दौरान मुक्तिधाम निर्माण को मंजूरी देते हुए कहा कि, “हमारी सरकार जनता की बुनियादी आवश्यकताओं को सर्वोपरि मानती है।
अंतिम संस्कार जैसे महत्वपूर्ण कर्म के लिए उपयुक्त स्थान की उपलब्धता एक सामाजिक जिम्मेदारी है और इस दिशा में टनकपुर को अब यह सुविधा मिल रही है।”
सीएम धामी ने यह भी आश्वासन दिया कि निर्माण कार्य जल्द ही शुरू होगा और इसे समयबद्ध तरीके से पूरा किया जाएगा। इसके लिए आवश्यक बजट और संसाधन मुहैया कराए जा चुके हैं।
News : स्थानीय नेताओं और जनप्रतिनिधियों ने जताया आभार
मुख्यमंत्री के इस फैसले की सराहना करते हुए टनकपुर के स्थानीय जनप्रतिनिधियों और सामाजिक संगठनों ने आभार व्यक्त किया। नगर पालिका अध्यक्ष ने कहा, “टनकपुर की जनता की वर्षों पुरानी मांग पूरी हुई है। हम मुख्यमंत्री जी के इस संवेदनशील फैसले का हृदय से स्वागत करते हैं।”
वहीं भाजपा के जिला अध्यक्ष ने इसे मुख्यमंत्री धामी की जमीनी हकीकत से जुड़ी राजनीति का उदाहरण बताया। उन्होंने कहा कि धामी सरकार लगातार ऐसे फैसले ले रही है जो आम जनता के जीवन को सरल और सम्मानजनक बनाने की दिशा में सहायक हैं।
News : कहां बनेगा मुक्तिधाम?
प्राप्त जानकारी के अनुसार, टनकपुर नगर क्षेत्र में नगर पालिका द्वारा प्रस्तावित भूमि पर यह मुक्तिधाम बनाया जाएगा। यह स्थल नदी के समीप स्थित है, जिससे धार्मिक परंपराओं का पालन भी सहज रूप से हो सकेगा। साथ ही वहां तक सड़क संपर्क और जरूरी सुविधाओं की भी व्यवस्था की जाएगी।
नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी ने बताया कि प्रस्तावित स्थल पर भूमि चिन्हित कर ली गई है और जल्द ही टेंडर प्रक्रिया शुरू की जाएगी। साथ ही पूरे मुक्तिधाम परिसर में शेड, बैठने की जगह, जल की व्यवस्था, स्नानगृह और लकड़ी भंडारण की भी समुचित व्यवस्था की जाएगी।
News : स्थानीय जनता में खुशी की लहर
टनकपुर के स्थानीय निवासियों ने इस निर्णय को ऐतिहासिक बताया। एक निवासी ने कहा, “हमारे बुजुर्गों को बरसात में कीचड़ भरे रास्तों में ले जाकर अंतिम संस्कार करना पड़ता था। अब सरकार ने हमारी पीड़ा को समझा है, इसके लिए हम आभारी हैं।”
अंतिम संस्कार के दौरान होने वाली असुविधाओं को देखते हुए यह निर्णय एक बड़ी राहत की तरह सामने आया है। विशेष रूप से बुजुर्गों, महिलाओं और दूरदराज के गांवों से आने वाले लोगों के लिए यह सुविधा सम्मानजनक विदाई का माध्यम बनेगी।
News : सामाजिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण कदम
एक सामाजिक कार्यकर्ता ने कहा कि, “अंतिम संस्कार सिर्फ एक धार्मिक कर्म नहीं बल्कि मानवता का अंतिम सम्मान है। इस दिशा में टनकपुर के लिए यह सुविधा मिलना एक बड़ी सामाजिक उपलब्धि है।”
उन्होंने यह भी कहा कि सरकार को ऐसे और भी संवेदनशील मुद्दों पर इसी तरह तत्परता से कार्य करना चाहिए ताकि आम जनता को राहत मिले।
टनकपुर के लिए मुक्तिधाम की स्वीकृति मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की संवेदनशीलता और स्थानीय जनता के प्रति उनकी प्रतिबद्धता का प्रतीक है। यह न केवल एक आधारभूत सुविधा की पूर्ति है बल्कि समाज की गरिमा और सांस्कृतिक मूल्यों को भी सशक्त बनाता है। अब उम्मीद की जा रही है कि यह परियोजना जल्द ही आकार लेगी और टनकपुर को एक ऐसा मुक्तिधाम मिलेगा जो सम्मानजनक विदाई की परंपरा को मजबूत करेगा।