Haridwar : उत्तराखंड के हरिद्वार में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहाँ एक युवती ने पुलिस विभाग के एक जवान पर इंस्टाग्राम के जरिए दोस्ती करके डेढ़ साल तक रेप करने का आरोप लगाया है।
पीड़िता का आरोप है कि उसने कई बार पुलिस अधिकारियों से शिकायत की, लेकिन आरोपी के पुलिसकर्मी होने की वजह से कोई कार्रवाई नहीं हुई। आखिरकार, उसे न्याय के लिए कोर्ट का दरवाजा खटखटाना पड़ा।
Haridwar : क्या है पूरा मामला?
हरिद्वार जिले के पथरी थाना क्षेत्र की रहने वाली पीड़िता ने कोर्ट में दायर अपनी याचिका में बताया कि करीब डेढ़ साल पहले उसकी दोस्ती पुलिसकर्मी सचिन कश्यप से इंस्टाग्राम पर हुई थी। धीरे-धीरे उनकी दोस्ती गहरी हो गई।
पीड़िता के मुताबिक, आरोपी सचिन कश्यप ने उसे शादी का झांसा दिया और इसी बहाने उसके साथ कई बार शारीरिक संबंध बनाए। ये संबंध कभी होटल में, तो कभी पीड़िता के घर में बनाए गए।
पीड़िता का आरोप है कि जब उसने सचिन से शादी करने की बात कही, तो उसने साफ इनकार कर दिया। इसके बाद उसे यह एहसास हुआ कि उसके साथ धोखा हुआ है।
Haridwar : पुलिस पर कार्रवाई न करने का आरोप
पीड़िता ने बताया कि उसने सबसे पहले पथरी थाने में जाकर शिकायत दर्ज कराने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उसकी शिकायत को टाल दिया। पीड़िता के अनुसार, इसका मुख्य कारण यह था कि आरोपी सचिन कश्यप पुलिस विभाग में कार्यरत था।
इसके बाद, पीड़िता ने हार नहीं मानी और न्याय के लिए उच्च अधिकारियों से संपर्क किया। उसने 10 जून को लक्सर के सीओ और फिर 2 जुलाई को एसएसपी को भी लिखित शिकायत दी, लेकिन कहीं से भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। पीड़िता और उसके परिवार का आरोप है कि पुलिस विभाग अपने ही एक जवान को बचाने की कोशिश कर रहा था।
Haridwar : कोर्ट के आदेश पर हुई कार्रवाई
जब पीड़िता को लगा कि पुलिस से उसे न्याय नहीं मिलेगा, तो उसने कोर्ट की शरण ली। कोर्ट में पीड़िता द्वारा दिए गए प्रार्थना पत्र और तथ्यों को देखने के बाद, कोर्ट ने मामले की गंभीरता को समझते हुए पथरी पुलिस को तुरंत मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया।
कोर्ट के आदेश के बाद, पथरी पुलिस ने आरोपी सचिन कश्यप, जो भगवानपुर के फकीर चंद का बेटा है, के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। पथरी के एसओ मनोज नौटियाल ने बताया कि आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
पीड़िता के भाई ने बताया कि आरोपी सचिन कश्यप वर्तमान में ऊधमसिंह नगर जनपद में तैनात है।
Haridwar : समाज में बढ़ता ‘ऑनलाइन’ अपराध
यह घटना इस बात को दर्शाती है कि डिजिटल युग में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स का दुरुपयोग किस तरह से हो रहा है। इंस्टाग्राम, फेसबुक और अन्य सोशल मीडिया ऐप्स दोस्ती करने और लोगों से जुड़ने के अच्छे माध्यम हैं, लेकिन कुछ लोग इनका इस्तेमाल धोखा देने और अपराध करने के लिए करते हैं। यह मामला दिखाता है कि कैसे एक पुलिसकर्मी ने अपनी वर्दी और पद का फायदा उठाकर एक युवती का शोषण किया।
यह घटना उन सभी लोगों के लिए एक सबक है जो सोशल मीडिया पर अनजान लोगों से दोस्ती करते हैं। साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि ऑनलाइन दोस्ती करते समय हमेशा सतर्क रहना चाहिए। किसी भी व्यक्ति पर बहुत जल्दी भरोसा नहीं करना चाहिए और अपनी निजी जानकारी या तस्वीरें साझा करने से बचना चाहिए।
Haridwar : न्याय व्यवस्था पर सवाल
इस मामले में पुलिस की शुरुआती निष्क्रियता ने कई सवाल खड़े किए हैं। यह सवाल उठता है कि क्या पुलिस विभाग अपने ही कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करने से हिचकता है? क्या यह न्याय के सिद्धांतों के खिलाफ नहीं है?
पीड़िता को कोर्ट की शरण लेनी पड़ी, यह दिखाता है कि आम नागरिकों के लिए न्याय पाना कितना मुश्किल हो सकता है, खासकर जब मामला किसी ताकतवर या पद पर बैठे व्यक्ति से जुड़ा हो। कोर्ट के हस्तक्षेप ने यह सुनिश्चित किया कि न्याय की प्रक्रिया शुरू हो सके। यह इस बात का भी उदाहरण है कि न्यायपालिका किस तरह से नागरिकों के अधिकारों की रक्षा करती है, जब अन्य संस्थान विफल हो जाते हैं।
कुल मिलाकर, यह घटना न केवल एक आपराधिक मामला है, बल्कि यह हमारे समाज और संस्थानों की कमजोरियों को भी उजागर करती है। यह घटना हमें ऑनलाइन सुरक्षा के प्रति अधिक जागरूक होने और हमारी न्याय व्यवस्था को और अधिक पारदर्शी और जवाबदेह बनाने की आवश्यकता की याद दिलाती है।