Kanwar Yatra को लेकर धामी सरकार का बड़ा फैसला, अब दुकानों और ढाबों पर लगाने होंगे लाइसेंस और ID!

Kanwar Yatra : उत्तराखंड में हर साल होने वाली कांवड़ यात्रा को लेकर इस बार सरकार ने सख्त रुख अपना लिया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में सरकार ने कानून-व्यवस्था और तीर्थ यात्रियों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए कई सख्त दिशा-निर्देश जारी किए हैं।

इस बार यात्रा के दौरान प्रदेशभर में स्थापित की जाने वाली अस्थायी दुकानों, ढाबों और लंगरों पर नजर रखने के लिए उन्हें लाइसेंस लेना अनिवार्य कर दिया गया है। साथ ही, मालिकों और कर्मचारियों की पहचान सुनिश्चित करने के लिए पहचान पत्र भी जरूरी होगा।

Kanwar Yatra : सुरक्षा और निगरानी को प्राथमिकता

मुख्यमंत्री धामी ने साफ निर्देश दिए हैं कि कांवड़ यात्रा के दौरान कोई भी अस्थायी दुकान, ढाबा, या सेवा केंद्र बिना पंजीकरण और वैध पहचान पत्र के संचालित नहीं किया जाएगा। इसके पीछे मुख्य उद्देश्य यह है कि यात्रा के दौरान किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखी जा सके और सुरक्षा को पुख्ता बनाया जा सके।

धामी सरकार ने यह भी कहा है कि बाहरी राज्यों से आकर दुकाने या ढाबे लगाने वालों की पहचान सुनिश्चित करना बेहद जरूरी है, ताकि किसी प्रकार की अराजकता, आपराधिक गतिविधि या अव्यवस्था को समय रहते रोका जा सके।

Kanwar Yatra

Kanwar Yatra : जिलाधिकारियों को सौंपा गया जिम्मा

मुख्यमंत्री धामी ने सभी संबंधित जिलों के जिलाधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों को आदेश दिया है कि वे अपने-अपने जिलों में कांवड़ यात्रा मार्गों की निगरानी करें। जिन स्थानों पर अस्थायी दुकानें, ढाबे या लंगर लगाए जाने हैं, वहां स्थानीय प्रशासन की अनुमति लेना अनिवार्य होगा। बिना अनुमति के किसी को भी व्यापारिक गतिविधि की इजाजत नहीं दी जाएगी।

इसके अलावा प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं कि वे प्रत्येक ऐसे स्थान पर पंजीकरण और पहचान पत्र की जांच के लिए मोबाइल टीमें तैनात करें। यह टीमें सुनिश्चित करेंगी कि सभी व्यवस्थाएं सही तरीके से संचालित हो रही हैं और कोई भी व्यक्ति कानून का उल्लंघन न करे।

Kanwar Yatra : पहचान पत्र में दर्ज होंगे ये विवरण

लाइसेंस और पहचान पत्र की प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए सरकार ने एक फॉर्मेट तैयार किया है, जिसमें निम्नलिखित विवरण दर्ज करना अनिवार्य होगा:

  • नाम और पता
  • आधार कार्ड/वोटर ID नंबर
  • व्यवसाय का प्रकार (खाद्य, पेय, वस्त्र आदि)
  • दुकान या ढाबे की लोकेशन
  • मोबाइल नंबर
  • दुकान/ढाबे में कार्यरत अन्य लोगों का विवरण

सभी दस्तावेजों की एक कॉपी स्थानीय प्रशासन के पास सुरक्षित रखी जाएगी।

Kanwar Yatra : भीड़ प्रबंधन के लिए अतिरिक्त बल तैनात

कांवड़ यात्रा के दौरान भारी भीड़ को नियंत्रित करने के लिए सरकार ने अतिरिक्त पुलिस बल और होमगार्ड्स की तैनाती की योजना भी बनाई है। CCTV कैमरों, ड्रोन और निगरानी वाहनों की मदद से यात्रा मार्गों की 24 घंटे निगरानी की जाएगी। इसके अलावा यात्रा मार्ग पर स्वास्थ्य शिविर, पेयजल की व्यवस्था और मोबाइल टॉयलेट की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाएगी।

Kanwar Yatra : नियम न मानने पर होगी कड़ी कार्रवाई

धामी सरकार ने यह भी स्पष्ट किया है कि जो भी दुकानदार, ढाबा संचालक या लंगर आयोजक इन नियमों का पालन नहीं करेगा, उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। बिना लाइसेंस या ID के पाए जाने पर दुकान को तुरंत सील कर दिया जाएगा और आवश्यकतानुसार गिरफ्तारी भी की जा सकती है।

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Kanwar Yatra : यात्रा की गरिमा और श्रद्धा बनी रहे

मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि कांवड़ यात्रा केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं है, बल्कि यह उत्तराखंड की आस्था और संस्कृति का प्रतीक है। इसे सुरक्षित, सुव्यवस्थित और गरिमापूर्ण बनाना सभी की जिम्मेदारी है। सरकार की ओर से यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा को लेकर हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन आमजन और व्यापारियों का सहयोग भी उतना ही जरूरी है।

कांवड़ यात्रा को सफल और सुरक्षित बनाने के लिए उत्तराखंड सरकार ने जो सख्त कदम उठाए हैं, वे न केवल सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे बल्कि यात्रियों के अनुभव को भी बेहतर बनाएंगे। अस्थायी व्यवसायों पर नियंत्रण रखने की यह योजना प्रशासन की निगरानी प्रणाली को मजबूत करेगी और किसी भी संभावित खतरे को समय रहते रोका जा सकेगा।

अब देखने वाली बात यह होगी कि आगामी कांवड़ यात्रा में इन निर्देशों का कितना प्रभावी क्रियान्वयन हो पाता है और जनता का इसमें कितना सहयोग मिलता है।