Dehradun : NDA छात्र को शिक्षक ने दी ‘400 उठक-बैठक’ की सज़ा, अस्पताल पहुँचा छात्र!

Dehradun : उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (एनडीए) की तैयारी कर रहे एक छात्र के उत्पीड़न का सनसनीखेज मामला सामने आया है।

आरोप है कि शिक्षक ने क्लास में बात करने की सज़ा के तौर पर छात्र से 400 बार उठक-बैठक लगवाई, जिससे उसकी तबीयत बिगड़ गई और उसे 18 दिनों तक अस्पताल में भर्ती रहना पड़ा। छात्र के पिता की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

Dehradun : घटना का विवरण और छात्र की बिगड़ती हालत

यह घटना देहरादून के बल्लूपुर चौक स्थित सेंचुरियन डिफेंस एकेडमी की है। शिलांग निवासी मनजीत कुमार बर्मन, जो केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय में फायर फाइटर के पद पर कार्यरत हैं, ने अपने बेटे वर्गव बर्मन का दाखिला इसी एकेडमी में एनडीए की प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी के लिए कराया था।

मनजीत बर्मन के आरोप के अनुसार, बीते 4 जुलाई को एकेडमी के शिक्षक जय ने वर्गव और उसके एक सहपाठी को क्लास में बात करते हुए सुन लिया। क्लास खत्म होने के बाद, शिक्षक ने दोनों छात्रों को बाहर बुलाया और उन्हें डांटते हुए 400 बार उठक-बैठक लगाने का आदेश दिया।

शुरुआत में, दोनों छात्रों ने उठक-बैठक लगानी शुरू की, लेकिन कुछ समय बाद शिक्षक ने दूसरे छात्र को छोड़ दिया और वर्गव से पूरी 400 उठक-बैठक लगवाई। उस समय वर्गव को ठीक लग रहा था, लेकिन अगले दिन सुबह उसकी पीठ और दोनों घुटनों में गंभीर सूजन और खिंचाव आ गया।

दर्द के कारण वह एकेडमी नहीं जा पाया। डर के मारे वर्गव ने अपनी तबीयत बिगड़ने की जानकारी परिवार को नहीं दी और दर्द निवारक दवाएं लेता रहा। हालांकि, जब उसकी हालत और गंभीर हो गई, तो परिवार को इस बारे में पता चला और वे तुरंत देहरादून पहुंचे।

Dehradun : पिता की शिकायत और एकेडमी का रवैया

बेटे की गंभीर हालत देखने के बाद, मनजीत बर्मन ने 10 जुलाई को एकेडमी के अधिकारियों को ईमेल के माध्यम से शिकायत भेजी, जिसमें उन्होंने आरोपी शिक्षक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।

हालांकि, पिता का आरोप है कि एकेडमी ने इस गंभीर मामले को गंभीरता से नहीं लिया और केवल एक माफीनामा लिखकर मामले को “ठंडे बस्ते में” डाल दिया। एकेडमी की ओर से किसी ठोस कार्रवाई का आश्वासन नहीं दिया गया।

Dehradun : पुलिस जांच और केस का ट्रांसफर

मनजीत कुमार बर्मन ने इस घटना की जानकारी सबसे पहले शिलांग पुलिस को दी थी, क्योंकि वह स्वयं शिलांग के निवासी हैं। शिलांग पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए इसे देहरादून की वसंत विहार पुलिस को स्थानांतरित कर दिया।

वसंत विहार पुलिस ने शिकायत के आधार पर आरोपी शिक्षक जय के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है और मामले की विस्तृत जांच कर रही है। सीओ विवेक सिंह कुटियाल ने पुष्टि की है कि वर्गव बर्मन के पिता मनजीत बर्मन की शिकायत के आधार पर पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है।

पुलिस इस मामले में शिक्षक के इरादों, छात्र की मेडिकल रिपोर्ट और एकेडमी के प्रोटोकॉल की जांच करेगी। यह भी देखा जाएगा कि क्या एकेडमी ने छात्र की सुरक्षा और स्वास्थ्य को सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त कदम उठाए थे या नहीं।

Dehradun : शिक्षा संस्थानों की जवाबदेही और आगे की राह

यह घटना कोचिंग संस्थानों और शिक्षा केंद्रों में छात्रों के प्रति शिक्षकों की जवाबदेही पर गंभीर सवाल खड़े करती है। “सजा” के नाम पर शारीरिक उत्पीड़न एक गंभीर अपराध है और शिक्षा के अधिकार अधिनियम के तहत भी प्रतिबंधित है। इस मामले में पुलिस जांच के बाद आरोपी शिक्षक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

यह घटना अन्य शिक्षा संस्थानों के लिए भी एक चेतावनी है कि उन्हें छात्रों के साथ व्यवहार में संवेदनशीलता और सावधानी बरतनी चाहिए। छात्रों को अनुशासित करने के लिए शारीरिक दंड का उपयोग न केवल अवैध है, बल्कि यह उनके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर भी नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।

इस मामले के सामने आने के बाद, उम्मीद है कि शिक्षा मंत्रालय और संबंधित नियामक निकाय कोचिंग संस्थानों में छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सख्त दिशानिर्देश जारी करेंगे और उनका पालन सुनिश्चित करेंगे।