News : डोनाल्ड ट्रंप का वीजा नियमों पर सख्त रुख, अमेरिका में 5.5 करोड़ विदेशियों की जांच शुरू!

News : राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिका का कार्यभार संभालने के बाद से ही अप्रवासन नीतियों में बड़ा बदलाव देखने को मिला है। उनका प्रशासन अवैध अप्रवासियों के खिलाफ सख्त हो गया है और अब उनकी नजर उन विदेशी नागरिकों पर है जो वैध वीजा पर अमेरिका में रह रहे हैं।

अमेरिकी विदेश विभाग के अनुसार, ट्रंप प्रशासन ने अमेरिका में रह रहे 5.5 करोड़ विदेशियों के वीजा की समीक्षा शुरू कर दी है। इसका मुख्य उद्देश्य उन लोगों की पहचान करना है जो आव्रजन नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं, ताकि उनके वीजा रद्द कर उन्हें उनके देश वापस भेजा जा सके।

News : वीजा धारकों पर सख्ती

ट्रंप प्रशासन के इस कदम के पीछे कई कारण बताए गए हैं। विदेश विभाग के अनुसार, उन वीजा धारकों को अयोग्य माना जाएगा जो कई तरह के नियमों का उल्लंघन करते हैं:

* वे अपनी वीजा अवधि से अधिक समय तक अमेरिका में रहते हैं।

* वे सार्वजनिक सुरक्षा के लिए खतरा पैदा करते हैं।

* वे आपराधिक या आतंकवादी गतिविधियों में शामिल होते हैं।

* वे किसी आतंकवादी संगठन को मदद देते हैं।

यह समीक्षा प्रक्रिया काफी लंबे समय तक चलने की उम्मीद है। ट्रंप प्रशासन का मानना है कि इस तरह की जांच से देश की सुरक्षा सुनिश्चित होगी और उन लोगों को रोका जा सकेगा जो नियमों का पालन नहीं करते।

News : ट्रंप प्रशासन की अन्य अप्रवासी नीतियां

डोनाल्ड ट्रंप ने जनवरी में शपथ लेने के बाद से ही अप्रवासन पर अपना ध्यान केंद्रित किया है। उनके प्रशासन ने अवैध रूप से रह रहे प्रवासियों, छात्रों और विजिटर एक्सचेंज वीजा धारकों को निर्वासित करने पर जोर दिया है। इस नीति का उद्देश्य देश में कानूनी और सुरक्षित तरीके से रहने वाले लोगों को ही जगह देना है।

ट्रंप प्रशासन ने वीजा आवेदकों के लिए भी नियम कड़े कर दिए हैं। अब सभी वीजा आवेदकों को व्यक्तिगत साक्षात्कार देना अनिवार्य कर दिया गया है। इससे पहले, कुछ विशेष श्रेणियों के लोगों को साक्षात्कार से छूट मिलती थी, लेकिन अब यह नियम सभी पर लागू होगा। इन सख्त नियमों से यह सुनिश्चित करने की कोशिश की जा रही है कि केवल योग्य और सही इरादे वाले लोग ही अमेरिका में प्रवेश करें।

News : व्यावसायिक ट्रक चालकों पर भी प्रतिबंध

ट्रंप प्रशासन ने सिर्फ व्यक्तिगत वीजा धारकों पर ही नहीं, बल्कि कुछ खास पेशेवर श्रेणियों पर भी सख्ती दिखाई है। अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने यह घोषणा की है कि अमेरिका अब वाणिज्यिक ट्रक चालकों को श्रम वीजा जारी करना बंद कर देगा। इस फैसले के पीछे का कारण बताते हुए उन्होंने कहा कि अमेरिकी सड़कों पर विदेशी चालकों की बढ़ती संख्या से अमेरिकी लोगों की जान खतरे में है।

यह निर्णय कुछ हाल की घटनाओं के बाद लिया गया है जहां विदेशी चालकों द्वारा सड़क के संकेतों को पढ़ने या अंग्रेजी बोलने में असमर्थता के कारण सड़क दुर्घटनाओं में मौतों की संख्या में वृद्धि हुई है। पिछले कुछ महीनों में, ट्रंप सरकार ने ट्रक चालकों के लिए अंग्रेजी भाषा को पढ़ना और बोलना अनिवार्य कर दिया था। इस नए प्रतिबंध से अमेरिकी ट्रक चालकों के लिए रोजगार के अवसर बढ़ने की उम्मीद है।

News : कानूनी और मानवीय चिंताएं

ट्रंप प्रशासन के इस कदम की आलोचना भी हो रही है। मानवाधिकार संगठनों का कहना है कि यह नीति भेदभावपूर्ण है और इससे कई निर्दोष लोगों को परेशानी हो सकती है। उनका मानना है कि सभी अप्रवासियों को एक ही नजर से नहीं देखा जाना चाहिए। कई अप्रवासी अमेरिका में रहकर देश की अर्थव्यवस्था और समाज में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं।

यह भी चिंता जताई जा रही है कि इस तरह की सख्त नीतियां अमेरिका की अंतर्राष्ट्रीय छवि को नुकसान पहुंचा सकती हैं। अमेरिका को हमेशा से ही “अवसरों की भूमि” माना गया है, जहां दुनिया भर के लोग बेहतर जीवन की तलाश में आते हैं। लेकिन ट्रंप प्रशासन की इन नीतियों से यह छवि धूमिल हो सकती है।

ट्रंप प्रशासन का यह कदम अप्रवासन को लेकर अमेरिका में एक बड़ी बहस को जन्म दे रहा है। एक तरफ, सुरक्षा और नियमों के पालन की बात है, तो दूसरी तरफ मानवीय और नैतिक मूल्यों की। यह देखना दिलचस्प होगा कि भविष्य में इन नीतियों का क्या प्रभाव पड़ता है। क्या ये नीतियां अमेरिका को सुरक्षित बनाएंगी या फिर देश की बहुसांस्कृतिक पहचान को नुकसान पहुंचाएंगी? फिलहाल, 5.5 करोड़ विदेशियों के वीजा की जांच से अमेरिका में रह रहे लोगों में अनिश्चितता और तनाव का माहौल है।