Delhi : राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के प्रतिष्ठित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहाँ एक कार ड्राइवर ने सिर्फ इसलिए एक सीनियर डॉक्टर को कुचलने की कोशिश की, क्योंकि उन्होंने उसे जाम हटाकर रास्ता देने को कहा था.
इस क्रूर हमले में, गुस्से में आए ड्राइवर ने डॉक्टर को एक नहीं, बल्कि तीन बार टक्कर मारी और उन्हें अपनी कार के साथ घसीटा. इस घटना से अस्पताल परिसर में मौजूद लोगों में दहशत फैल गई, जबकि डॉक्टरों में भारी रोष व्याप्त है.
Delhi : क्या है पूरा मामला?
यह घटना 18 अगस्त को एम्स के गेट नंबर 1 के अंदर हुई. दक्षिण जिला पुलिस के अधिकारियों के मुताबिक, पीड़ित डॉ. अमित लठवाल ने हौज खास पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई है.
अपनी शिकायत में डॉ. अमित ने बताया कि वे अस्पताल परिसर से गुजर रहे थे, तभी उन्होंने देखा कि एक सफेद रंग की मारुति स्विफ्ट डिजायर कार की वजह से भारी जाम लग गया था. उन्होंने कार ड्राइवर से गाड़ी को पीछे ले जाने का इशारा किया ताकि रास्ता साफ हो सके.
लेकिन ड्राइवर ने रास्ता देने की बजाय, जानबूझकर अपनी गाड़ी डॉ. अमित की तरफ बढ़ा दी और उन्हें टक्कर मार दी. डॉ. अमित ने बताया कि ड्राइवर इतने पर ही नहीं रुका; उसने जानलेवा इरादे से दो बार और टक्कर मारी और उन्हें कार के साथ घसीटता चला गया. डॉ. अमित ने किसी तरह खुद को बचाने में सफल रहे.
Delhi : पुलिस की कार्रवाई और डॉक्टरों का गुस्सा
इस घटना के बाद से एम्स के डॉक्टरों में भारी गुस्सा है. उन्होंने इस तरह के हिंसक और गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार की कड़ी निंदा की है. डॉक्टरों का कहना है कि वे मरीजों की जान बचाने के लिए दिन-रात काम करते हैं, लेकिन उन्हें खुद को सुरक्षित रखने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है. इस घटना ने अस्पताल परिसर की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं.
पुलिस ने डॉ. अमित की शिकायत के आधार पर गैर इरादतन हत्या के प्रयास (culpable homicide not amounting to murder) का केस दर्ज कर लिया है. मामले की गंभीरता को देखते हुए, पुलिस ने तुरंत जाँच शुरू कर दी है. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि उन्होंने अस्पताल परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को कब्जे में ले लिया है. इसके अलावा, वे प्रत्यक्षदर्शियों का भी पता लगा रहे हैं, ताकि आरोपी की पहचान कर उसे जल्द से जल्द पकड़ा जा सके.
इस घटना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि समाज में धैर्य और सहनशीलता की कमी बढ़ती जा रही है, जिसके कारण छोटी-मोटी बातों पर भी लोग हिंसक व्यवहार पर उतर आते हैं. इस तरह की घटनाएं न सिर्फ कानून और व्यवस्था के लिए चुनौती हैं, बल्कि समाज में नैतिक मूल्यों के ह्रास को भी दर्शाती हैं.