Uttarkashi Cloudburst : धराली में बचाव अभियान युद्धस्तर पर जारी, मुख्यमंत्री ने किया हवाई दौरा!

Uttarkashi Cloudburst : उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में हाल ही में आई विनाशकारी आपदा के बाद, धराली में युद्धस्तर पर बचाव और राहत अभियान चलाया जा रहा है। भारतीय सेना, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी), राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) और पुलिस सहित सभी संबंधित एजेंसियां प्रभावित क्षेत्रों में दिन-रात काम कर रही हैं। अब तक 190 से अधिक लोगों को सुरक्षित निकाला जा चुका है, जिनमें से कई को हेलीकॉप्टर के जरिए रेस्क्यू किया गया है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने व्यक्तिगत रूप से स्थिति का जायजा लेने के लिए आपदा प्रभावित क्षेत्रों का हवाई दौरा किया। उन्होंने जमीनी स्तर पर चल रहे बचाव कार्यों की समीक्षा की और अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने रेस्क्यू किए गए लोगों से भी मुलाकात की और उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन दिया।

Uttarkashi Cloudburst : बचाव अभियान में तेजी

आपदा के बाद से ही रेस्क्यू टीमों ने बिना रुके काम किया है। गुरुवार सुबह से अब तक 65 से अधिक लोगों को हेलीकॉप्टर के माध्यम से धराली से मातली, उत्तरकाशी लाया जा चुका है। इन लोगों में महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग भी शामिल हैं। सुरक्षित स्थान पर पहुंचने के बाद, लोगों ने सरकार और बचाव दलों का आभार व्यक्त किया।

बचावकर्मी खतरनाक मौसम और कठिन भूभाग में काम कर रहे हैं। कई स्थानों पर भूस्खलन के कारण सड़कें बाधित हो गई हैं, जिससे जमीनी टीमों का पहुंचना मुश्किल हो गया है। ऐसे में हेली रेस्क्यू ऑपरेशन ने अहम भूमिका निभाई है। प्रशासन ने प्रभावित क्षेत्रों तक हवाई सेवा के माध्यम से आवश्यक सामग्री भी पहुंचाई है, जिसमें भोजन, पानी और दवाएं शामिल हैं।

Uttarkashi Cloudburst : मुख्यमंत्री ने दिलाया मदद का भरोसा

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मातली में रेस्क्यू किए गए लोगों से मिलकर उनकी कुशल-क्षेम पूछी। उन्होंने कहा, “हमारी सरकार आपदा प्रभावित क्षेत्रों में फंसे हर एक व्यक्ति को बाहर निकालने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। हमने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता उपलब्ध कराएं।”

उन्होंने यह भी बताया कि बाधित हुई सड़कों को खोलने का काम भी तेजी से चल रहा है। इंजीनियरिंग कोर की टीमें मलबे को हटाने और संपर्क मार्गों को बहाल करने के लिए लगातार काम कर रही हैं। यह महत्वपूर्ण है ताकि राहत सामग्री और बचाव दल आसानी से प्रभावित क्षेत्रों तक पहुंच सकें।

Uttarkashi Cloudburst : आपदा के बाद की चुनौतियां

रेस्क्यू ऑपरेशन के सफल होने के बाद भी कई चुनौतियां सामने हैं। सबसे बड़ी चुनौती यह है कि इस आपदा में कितने लोगों की जान गई है, इसका सटीक आकलन अभी तक नहीं हो पाया है। मलबे के नीचे फंसे लोगों की तलाश अभी भी जारी है।

इसके अलावा, प्रभावित लोगों के लिए पुनर्वास और पुनर्निर्माण का कार्य भी एक बड़ी चुनौती है। कई लोगों ने अपने घर और संपत्ति खो दी है। सरकार को इन लोगों को तत्काल सहायता प्रदान करने के साथ-साथ उनके पुनर्वास की योजना भी बनानी होगी।

इस दुखद घड़ी में, पूरा देश उत्तराखंड के साथ खड़ा है। केंद्र सरकार ने भी राज्य सरकार को हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। यह देखना बाकी है कि सरकार और प्रशासन किस तरह से इस आपदा से निपटते हैं और प्रभावित लोगों को सामान्य जीवन में वापस लाने में मदद करते हैं।