Uttarakhand : उत्तराखंड में चल रहे त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव अपने अंतिम चरण में हैं, और इस चुनावी माहौल का फायदा उठाने की फिराक में शराब माफिया सक्रिय हो गए हैं। प्रत्याशियों के इशारों पर चुनावी “चांदी” काटने में जुटे इन माफियाओं के खिलाफ उत्तराखंड एसटीएफ (STF) ने बड़ी कार्रवाई की है।
एसटीएफ ने एक संयुक्त अभियान में 233 पेटी अंग्रेजी शराब बरामद कर तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि यह अवैध शराब चंडीगढ़ और हरियाणा से उत्तराखंड लाई जा रही थी, जिसका उद्देश्य आगामी पंचायत चुनावों में इसका वितरण करना था।
Uttarakhand : पुलिस ने बरामद किया शराब का बड़ा जखीरा
प्रदेश में जारी त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के मद्देनजर पुलिस द्वारा चलाए जा रहे विशेष चेकिंग अभियान के तहत, सहसपुर और विकासनगर कोतवाली पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए यह बड़ी सफलता हासिल की है।
पुलिस ने 233 पेटी अवैध शराब के साथ तीन तस्करों को गिरफ्तार किया है, जिसकी बाजार में अनुमानित कीमत लाखों रुपये बताई जा रही है। यह कार्रवाई स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि चुनाव के दौरान अवैध गतिविधियों पर पुलिस की कड़ी नजर है और वह किसी भी कीमत पर चुनाव को निष्पक्ष और स्वतंत्र कराने के लिए प्रतिबद्ध है।
Uttarakhand : पिकअप वाहन से 202 पेटी अंग्रेजी शराब बरामद
दून पुलिस ने पंचायत चुनाव के मद्देनजर अपनी चौकसी काफी बढ़ा दी है। इसी कड़ी में, शनिवार सुबह कोतवाली विकासनगर पुलिस ने चेकिंग के दौरान दो लोगों को गिरफ्तार किया है। ये दोनों आरोपी हरियाणा के रहने वाले हैं।
उनके पास से एक पिकअप वाहन से 202 पेटी अंग्रेजी शराब बरामद की गई है। यह दर्शाता है कि शराब की खेप बड़े पैमाने पर और संगठित तरीके से लाई जा रही थी, जिसका मुख्य उद्देश्य मतदाताओं को प्रभावित करना हो सकता है।
Uttarakhand : सहसपुर से 31 पेटी अवैध शराब और एक आरोपी गिरफ्तार
विकासनगर से पकड़े गए आरोपियों से मिली जानकारी और उनकी निशानदेही पर, सहसपुर कोतवाली पुलिस ने फतेहपुर क्षेत्र में एक घर पर छापा मारा। इस छापे के दौरान, पुलिस को अवैध रूप से रखी गई 31 पेटी अवैध शराब मिली।
मौके से एक व्यक्ति को भी गिरफ्तार किया गया, जो इस अवैध कारोबार में संलिप्त था। पुलिस ने तत्काल शराब को जब्त कर लिया और जिस वाहन से शराब लाई गई थी, उसे भी सीज कर दिया गया। तीनों गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया गया है।
Uttarakhand : अवैध शराब की तस्करी का चुनावी कनेक्शन
उत्तराखंड में चुनावी मौसम अक्सर अवैध शराब के प्रवाह को बढ़ा देता है। यह कोई नई बात नहीं है कि चुनाव जीतने के लिए प्रत्याशी मतदाताओं को लुभाने के लिए शराब और अन्य प्रलोभनों का सहारा लेते हैं।
हरियाणा और चंडीगढ़ से शराब लाने का यह तरीका आमतौर पर इसलिए अपनाया जाता है क्योंकि इन राज्यों में शराब सस्ती होती है और इससे तस्करों को अधिक मुनाफा कमाने का मौका मिलता है।
इसके अलावा, अवैध शराब की तस्करी से सरकार को राजस्व का भारी नुकसान होता है। इस तरह की कार्रवाई यह सुनिश्चित करती है कि चुनाव के दौरान पैसे और शराब का अनुचित प्रभाव कम हो और चुनाव प्रक्रिया की शुचिता बनी रहे।
Uttarakhand : एसटीएफ और पुलिस का संयुक्त अभियान
उत्तराखंड एसटीएफ और स्थानीय पुलिस का यह संयुक्त अभियान अवैध शराब के कारोबार पर नकेल कसने में महत्वपूर्ण साबित हुआ है। इस तरह की कार्रवाई से शराब माफियाओं में भय का माहौल बनेगा और वे चुनाव के दौरान अपनी गतिविधियों को अंजाम देने से पहले दो बार सोचेंगे।
पुलिस और एसटीएफ की यह सक्रियता न केवल अवैध शराब की तस्करी पर लगाम लगाएगी, बल्कि चुनाव में धन बल और शराब के दुरुपयोग को भी रोकने में मदद करेगी। उम्मीद है कि आगामी दिनों में भी ऐसे अभियानों में तेजी आएगी, जिससे राज्य में निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव सुनिश्चित किए जा सकें। यह दर्शाता है कि पुलिस प्रशासन चुनाव आयोग के दिशा-निर्देशों का गंभीरता से पालन कर रहा है और किसी भी कीमत पर चुनाव की पवित्रता को भंग होने नहीं देगा।