रुद्रप्रयाग: तृतीय केदार भगवान तुंगनाथ के कपाट शीतकाल के लिए 6 नवंबर को बंद कर दिए जाएंगे। इसी दिन बाबा की चल विग्रह उत्सव डोली रात्रि प्रवास के लिए पहले पड़ाव पर चोपता पहुंचेगी।
मंदिर के प्रबंधक प्रकाश पुरोहित ने बताया कि 10 मई से शुरू हुई तृतीय केदार की यात्रा में अभी तक 16 हजार से अधिक श्रद्धालु पहुंच चुके हैं। भगवान केदारनाथ धाम के कपाट बंद होने के बाद से बीते चार दिनों से श्रद्धालुओं की संख्या में कुछ इजाफा हुआ है। उन्होंने बताया कि कपाट बंद करने की सभी तैयारियां जोरों पर की जा रही हैं। इस दौरान मंदिर को करीब दो कुंतल फूलों से सजाया जाएगा।
उन्होंने बताया कि 8 नवंबर को भगवान तुंगनाथ अपने शीतकालीन गद्दीस्थल मार्केण्डेय मंदिर मक्कूमठ में विराजमान होंगे। वहां पर भी मंदिर की साज-सज्जा के साथ अन्य तैयारियां की जा रही हैं।
इधर, मंदिर के मठापति राम प्रसाद मैठाणी, पुजारी विजय भारत मैठाणी, सुबोध मैठाणी आदि का कहना है कि तृतीय केदार के प्रति शासन व बीकेटीसी द्वारा उपेक्षित व्यवहार किया जा रहा है। मंदिर की सुरक्षा के साथ यहां मूलभूत सुविधाओं को जुटाने के कोई प्रयास नहीं हो रहे हैं, जिस कारण यात्रा को गति नहीं मिल पा रही है।